पूर्व शहर काजी कानपुर मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खां नूरी का आयोजित हुआ।
तीसरा सालाना जलसा ए यौमे आबरूए अहले सुन्नत, पेश की गई खिराजे अकीदत।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
अपने निर्धारित कार्यक्रमानुसार स्व० शहर क़ाज़ी मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खान नूरी का तीसरा सालाना जलसा ए यौमे आबरूए अहले सुन्नत बनाम महताबे मदीना कान्फ्रेंस बड़ी मस्जिद के सामने ओमपुरवा चकेरी रोड़ कानपुर में शहर क़ाज़ी कानपुर मौलाना मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही की अध्यक्षता में अपनी पूर्व परम्पराओं के साथ आयोजित हुआ जिसकी सरपरस्ती मौलाना मुफ्ती हसीब अख्तर शाहिदी व मौलाना अनीसुर रहमान नूरी ने किया ।
मुख्य वक्ता मौलाना कारी मो० असलम चतुर्वेदी बहराइची ने जलसे को सम्बोधित करते हुए कहा कि पैग़म्बरे इस्लाम ने दुनिया में आला अख्लाक पेश किया है मगर आज मुसलमान अपनी तहजीब भूल गया है और राह से भटक गया है शराब , जुआ,झूठ, मक्कारी, चुगलखोरी बेहयाई फरेब तकब्बुर जैसी बड़ी बुराईयों आज मुसलमानों में आम हो गई है शहर क़ाज़ी कानपुर मौलाना मो० आलम रज़ा खां नूरी अलैहिर्रहमा को सच्ची खिराज यही होगी कि हम इन बुराईयों के खिलाफ मुहिम चलाए,और लोगों को राहे रास्त पर लाने का काम करें।
मौलाना मुफ्ती मोहम्मद हनीफ बरकाती ने कहा कि जो कौम अपना इतिहास और और अपने रहनुमाओं को याद करना भूल जाती है जमाना भी उसे भुला देता है आज हम अजीम रहनुमा और काइद हजरत अल्लामा मौलाना मोहम्मद आलम रज़ा खान नूरी के सालाना जलसे के मौके पर उन्हें खिराज पेश करने के लिए जमा हुए हैं यकीनन उनकी कुर्बानियां इस शहर के लिए बेमिसाल है जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता वह आज भी हमारे दिलों में जिंदा है और हमें रौशनी दिखा रहे हैं।
इसलिए हम उनके मिशने मोहब्बत को आम करें मोहब्बत भाईचारा सद्भाव की मुहिम चलाए और शहर में एक अच्छा वातावरण स्थापित रहे इसके लिए सदैव तत्पर एवं प्रयासरत रहें तभी हम उन्हें सच्ची खिराज पेश कर सकते हैं।
कलीम दानिश बरकाती, हाफ़िज़ जहीर कानपुरी , कारी फैसल अलीमी, कारी फरीद आलम ने नातों मनक़बत पेश किया।
इससे पहले कार्यक्रम की शुरूआत कुरआने पाक से कारी मो० इकबाल जायसी ने किया संचालन कारी आसिफ रजा हबीबी ने अंजाम दिया ।।
सुबह बाद नमाजे फजर् मजार स्थित ओमपुरवा कब्रिस्तान में
कुरान खानी चादर पोशी व ईसाले सवाब किया गया दुआ अल्लामा सैयद अजीमुद्दीन ने फरमाई
प्रोग्राम ऑर्गेनाइजर नायब शहर काजी कारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी ने मेहमानों का शुक्रिया अदा किया।यौमे आबरू-ए-अहले सुन्नत में खास तौर से क़ाज़ी ए शहर कानपुर अल्लामा मुफ्ती मोहम्मद साकिब अदीब मिस्बाही, नायब काजी ए शहर कारी मोहम्मद सगीर आलम हबीबी, कारी अब्दुल मुत्तलिब कादरी, मुफ्ती रफीकुल इस्लाम नूरी, मौलाना असगर अली यार अल्वी, मौलाना सैयद जकरिया अशरफी, शौकत अली पहलवान, मौलाना गुलाम मुस्तफा रजवी, मौलाना अलीशेर खां ,महबूब आलम खान, आमिर खान, जुनैद खान, अख्लाक अहमद डेविड चिश्ती, आदि लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे।