तंजीम अबनाए नदवा,पश्चिम चंपारण के बैनर तले एक दिवसीय सेमिनार का हुआ आयोजन:--कफीलअहमद।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया(पश्चिमी चंपारण)बिहार।
स्थानीय नगर थाना क्षेत्र में अवस्थित,यतीमखाना बेतिया में एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया,जिसमें कुरआन करीम का तसौवर इल्म, विषयक पर भाषण देने वालों में, डॉक्टर मोहम्मद तारिक अयूबी नदवीअलीग,अलीगढ़ (यू पी) से और मौलाना सैयद जावेद अहमद नदवी,आजमगढ़(यू पी) से आगंतुक हुए थे।इन दोनो महानुभाव,प्रचंड विद्वान,प्रख्यात उलमा,आलमेंदीन ने उपस्थित लोगों के बीच अपनी कीमती बातो व जानकारियों से उपस्थित लोगों के बीच,आज की परिस्थिति में दीनी व दुन्यांवी शिक्षा प्राप्त करना एक सिक्के के दो पहलू हैं, एक में उच्च डिग्री प्राप्त कर लेना और दूसरे में शून्य रहना,सुखद जीवन की शैली की पूर्ति नहीं हो सकती है,इन दोनों प्रचंड,प्रख्यात, विद्वानों के द्वारा जिन जिन बिंदुओं पर प्रकाश डाला गया,वह उपस्थित लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी रहा,इसको अपने जीवन में अगर उतार लिया जाए और इस पर अमल किया जाए तो मनुष्य का जीवन में अपने आप कई सुधार हो सकते हैं,और मनुष्य विकास की राह पर अग्रसर हो सकता है,अगर शिक्षा की कमी है तो मानव जीवन में बहुत सारी कमियां रह जाएंगी, जिस को पूरा करने के लिए हर स्तर की शिक्षा प्राप्त करना जरूरी होगा। शिक्षा प्राप्त करना हर बालीग मर्द और औरत पर फर्जी किया गया है,चाहे इसे प्राप्त करने के लिए चीन भी जाना पड़े,एक सुखी परिवार उस वक्त सफल हो सकता है,जब उसके परिवार के सभी बच्चे/बच्चियां उच्च शिक्षा प्राप्त करअपने कुरआन,रसूल,अल्लाह के बताए हुए सही रास्ते पर चलकर,अपने जीवन में उतार कर,दीन और दुनिया दोनों जीवन में सफलता हासिल कर ले,यह तब ही मुमकिन है,जब हम शिक्षित रहेंगे तभी शिक्ष को पाने के लिए सभी परेशानियों को झेल लेंगे।शिक्षा के बिना जीवन ही अधूरा है। एक शिक्षित आदमी ही अपने पूरे परिवार को शिक्षा दे सकता है, शिक्षा एक ऐसी कुंजी है,जो सभी प्रकार के तालों में लग कर सभी को खोल देती है,मगर जब शिक्षा की कमी रहेगी तो पूरा दुनिया में अंधेरा ही अंधेरा रहेगा।
इस मौके पर उपस्थित लोगों में, मौलाना कफीलअहमद नदवी, मौलाना नियाज अहमद कासमी, मौलाना शाहनवाज हुसैन, मौलाना इसहाक कासमी, इम्तियाजअहमद इत्यादि की भारी संख्या में उपस्थिति रही।