बिना उपकरण और लैब तैयारी के प्रयोगात्मक परीक्षा करवाना छात्रों के भविष्य और अभिभावकों के विश्वास से खिलवाड़।
कानपुर नगर,उत्तर प्रदेश।
बिना उपकरणों और तैयारियों के प्रयोगात्मक परिक्षाओं की घोषणा से आक्रोशित अभिभावकों ने आज अभिभावक न्याय मोर्चा के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता व राकेश मिश्रा के नेतृत्व में संयुक्त निदेशक शिक्षा के कार्यालय में नारेबाजी और विरोध के साथ ज्ञापन दिया और तत्काल हस्तक्षेप की मांग करी ताकि छात्रों के भविष्य और अभिभावकों के विश्वास के साथ खिलवाड़ न हो।ज्ञापन संयुक्त शिक्षा निदेशक के व्यक्तिगत सहायक सुरेश कमल ने लिया अभिभावक न्याय मोर्चा के संयोजक व व्यापारी नेता अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की लगातार समाचार पत्रों के माध्यम से जानकारी मिल रही है की माध्यमिक शिक्षा विभाग से सहायता प्राप्त स्कूलों में विज्ञान प्रयोगशाला का संचालन ठप्प है।स्कूल प्रबंधन के पास उपकरण खरीदने के लिए बजट नहीं है।कई वर्षों से विभाग द्वारा उपकरण शुल्क निर्धारण नहीं किया गया है।मुख्य वजह बताई जा रही है की एक छात्र से 5 रुपए प्रतिमाह लिया जाता है जबकि असल में महंगाई कई गुना बढ़ चुकी है।अभिमन्यु गुप्ता ने कहा की हैरानी की बात है की इन परिस्थितियों में 29 जनवरी से 12वीं के विद्यार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा शुरू हो रही है।स्कूलों में प्रयोगशालाओं के बाहर ताले लटके हुए हैं तो कहीं उपकरण ही नहीं हैं।संयोजक राकेश मिश्रा ने कहा की छात्रों के जीवन से और अभिभावकों के विश्वास से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए।जुगाड की जरूरत नहीं है।कई लैब तो साल साल भर नहीं खुले।कई प्रयोगशालाओं की छतों में प्लास्टर या ट्यूब लिए तक नहीं है।क्या टूटे उपकरणों और अंधेरे में परीक्षाएं होंगी।ज्ञापन के माध्यम से अभिभावक संघर्ष मोर्चा द्वारा मांग की गई की तत्काल संयुक्त निदेशक माध्यमिक शिक्षा हस्तक्षेप करके सुनिश्चित करें की सभी जिलों के विद्यालयों की प्रयोगशालाओं में उपकरण और तैयारियां बिल्कुल सही हों जिससे की छात्रों के भविष्य और अभिभावकों के विश्वास से खिलवाड़ न हो।अगर कार्यवाही नहीं हुई तो अभिभावक निदेशक कार्यालय के बाहर सत्याग्रह करने को मजबूर हो जाएंगे।अभिभावक न्याय मोर्चा के संयोजक अभिमन्यु गुप्ता व संयोजक राकेश मिश्रा के साथ सुनील यादव, साकिफ कुरैशी,विनय कुमार,अनिल गुप्ता,मनीष शर्मा,विनीत कपूर,प्रदीप तिवारी,संजीव चौहान,नवीन अग्रवाल,अमिता दुबे,बरखा आहूजा आदि थे।