कुर्बानी की नुमाईश सोशल मीडिया में न करें।
ब्यूरो चीफ हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर उत्तर प्रदेश।
खानकाहे हुसैनी में बकरीद पर्व को लेकर एक अहम बैठक खादिम खानकाहे की अध्यक्षता में हुई। इस साल ईदुल अज़हा (बकरीद) का त्यौहार 10,11 व 12 जिलहिज्जा 1446 हिजरी मुताबिक 7, 8 व 9 जून शनिवार से सोमवार तक होगा। मुस्लिम समुदाय के लोगों से कुर्बानी के दौरान कुछ खास बातों पर अमल करने की अपील करते हुए इखलाक अहमद चिश्ती ने कहा कि कुर्बानी के जानवर को खरीद कर लाने के बाद उसका दिखावा न करें, हुकूमत द्वारा प्रतिबंधित जानवरों की कुर्बानी न करें, कुर्बानी के जानवरों के फोटो, वीडियों सोशल मीडिया पर अपलोड न करें, कुर्बानी के गोश्त की नुमाईश किसी भी हालात में न करें, कुर्बानी का गोश्त बांटने में खास ख्याल रखें पूरी तरह पैकिंग करके ही ले जाए, कुर्बानी जानवरों से निकलने वाली गंदगी को नगर निगम के कंटेनरों-डस्टबिन में ही डाले, हिंदू मुस्लिम मिली जुली आबादी व संवेदनशील इलाकों में कुर्बानी हमेशा की तरह खुली सड़क, गलियों, मैदानों में न करे, कुर्बानी करने के बाद साफ-सफाई व खून को सड़़क, मैदान में न बहाएं, कुर्बानी के मांस का टुकड़ा इधर उधर न फेंके, सफाईकर्मियों से प्यार-मोहब्बत से पेश आए, हमवतनी भाईयों की आस्था का ख्याल रखें, कुर्बानी करते समय सोशल मीडिया पर लाइव, वीडियो न बनाएं कुर्बानी अल्लाह की रज़ा के लिए है नुमाईश के लिए नहीं, सोशल मीडिया पर ऐसी कोई भी पोस्ट न डालें जिससे हमवतनी भाईयों की आस्था को ठेस पहुंचे। मुशीर अहमद, हाफिज़ मोहम्मद शकील, हाफिज़ माज़ सलामी, हाफिज़ कफील हुसैन, हाफिज़ मोहम्मद सैफ अज़हरी, हाफिज़ हसीब अहमद, हाजी गौस रब्बानी, अबरार अहमद वारसी, मोहम्मद हफीज चिश्ती, परवेज अहमद, एजाज़ रशीद, मोहम्मद शाहिद, खादिम खानकाहे हुसैनी अफज़ाल अहमद आदि मुख्य थे।