विश्व पर्यावरण दिवस पर पं. भृगुनाथ चतुर्वेदी कालेज ऑफ़ लाॅ, में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
सेराज अहमद कुरैशी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पं. भृगुनाथ चतुर्वेदी कालेज ऑफ़ लाॅ, बड़हलगंज गोरखपुर में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता प्राचार्य डॉo अभिषेक पाण्डेय ने की अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विश्व पर्यावरण पर सबसे बड़े खतरे के रूप में ग्लोबल वार्मिंग है। यदि विश्व पर्यावरण को सुरक्षित रखना है तो अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय के सदस्य देशों को परमाणु बम और जैविक हथियारों व विनाशक हथियारों की प्रतिस्पर्धा की होड़ को रोकना होगा। जिससे पर्यावरण को सुरक्षित रखा जा सके। मानव को प्रकृति के सन्निकट रहना होगा।कालेज के मुख्यनियंता चन्द्र भूषण तिवारी ने कहा कि मानव प्रजाति को बचाने में पर्यावरण की अहम् भूमिका है।जिसमें पर्यावरण संरक्षण के अन्तर्गत प्रदूषण कम से कम हो, जिससे पर्यावरण संतुलन को बचाये में रखा जाय। जिसमें पर्यावरण संतुलन और सभी जीव जन्तुओं के जीवन के लिए वृक्षों की भूमिका पर प्रकाश डाला। फकरुद्दीन ने बताया कि मानव जीवन में औषधीय वनस्पतियों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए उसकी उपयोगिता को बताते हुए पर्यावरण से सम्बन्ध को समझाया । आशीष कुमार गुप्ता ने पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित करने के उपायों पर चर्चा की। कार्यालय अधीक्षक नियाज़ ने अपने विचार व्यक्त किए।इस विचार संगोष्ठी के तत्वावधान में पौधारोपण का कार्य किया गया। जिसमें आनन्द द्विवेदी, सूर्यांश कौशिक, रत्नाकर यादव,विवेक पासवान,
विजयालक्ष्मी मिश्रा, निवेदिता आदि ने विचार व्यक्त किए।