दिवंगत शिक्षक प्रमोद बाबू की दूसरी पुण्यतिथि मनाई गई
रिपोर्ट मोहम्मद आसिफ अता
हाजीपुर(वैशाली) बिहार
उत्क्रमित मध्य विद्यालय मिर्जानगर, महुआ के दिवंगत शिक्षक स्वर्गीय प्रमोद कुमार की दूसरी पुण्यतिथि विद्यालय परिसर में मनाई गई।इस अवसर पर उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिला सचिव पंकज कुशवाहा ने कहा कि स्वर्गीय प्रमोद बाबू का शिक्षा ही नहीं सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में भी उनका योगदान अविस्मरणीय है।वे हर परिस्थिति में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के साथ-साथ संकट में घिरे लोगों की मदद किया करते थे।अपने विद्यालय के अलावे अन्य किसी भी विद्यालय में कोई समस्या आती थी तो जानकारी मात्र होने पर भी पहुंच कर समस्या के समाधान में लग जाते थे।यह उनके व्यक्तित्व की सफल निशानी थी।श्री कुशवाहा ने कहा कि आकृति चली जाती है लेकिन कृति जीवित रहती है।हम सभी को जीवन में ऐसा महत्वपूर्ण कार्य जरूर करना चाहिए कि जाने के बाद भी लोग उसे प्रेरणा स्वरूप याद कर सके।कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाध्यापक राकेश कुमार ने किया।इस अवसर पर पूर्व समन्वय बिंदेश्वर राय,संजीव कुमार गिरी,मुकेश कुमार, शिवचंद्र कुमार, शिव शंकर सुमन, कुमारी लता,कुणाल कुमार सिंह,प्रज्ञा किरण, दिनेश कुमार सिंह के अलावा काफी संख्या में शिक्षक उपस्थित थे।