विजयवाड़ा में मजदूर की मौत के बाद जलालत की जिंदगी जी रही है विधवा दाने-दाने को मोहताज बनी है पूजा
रिपोर्ट:विनोद विरोधी
गया, बिहार
आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में काम करने गए मजदूर की एक सड़क हादसे में रहस्यमय मौत से उसकी 27 वर्षीय विधवा पूजा देवी की जिंदगी दूभर हो गई हैं। दो नाबालिक बच्चों का पालन पोषण करना एक चुनौती बन गई है। उल्लेखनीय है कि जिले के बाराचट्टी प्रखंड के रोही पंचायत अंतर्गत जहांगीरा गांव के रहने वाले मजदूर सूरजपाल मांझी की मौत बीते 17 दिसंबर 2024 को एक हादसे में रहस्यमय तरीके से हो गया था। मौत के बाद उसके शव को एंबुलेंस के माध्यम से घर पहुंचा दिया गया तथा पहुंचने वाले ठेकेदार गायब हो गया था। उक्त मजदूर की मौत कैसे हुई यह भी आज तक रहस्य बना हैं। ना तो उसे मृत्यु प्रमाण पत्र मिला और ना ही कोई पोस्टमार्टम रिपोर्ट। आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने शव को अंतिम संस्कार कर दिया और इस दौरान स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पहल कर महज चंद दिनों के लिए राशन मुहैया कराया था।लेकिन अन्य योजनाओं का लाभ उसे नहीं मिल पा रहा हैं। इसके पीछे पोस्टमार्टम रिपोर्ट का नहीं होना तथा मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं बन पाना माना जा रहा हैं। इधर मृतक मजदूर की बेवस विधवा पूजा देवी गंभीर समस्या से जूझ रही हैं। उसे दो नाबालिग बच्चों के पालन पोषण के लिए संकट बना है। उसे अब तक ना तो सरकारी महकमा से कोई आर्थिक लाभ मिला हैं, और न हीं कोई अन्य सहयोग। 27 वर्षीय विधवा पूजा ने बताई की एक ठेकेदार ने काम दिलाने के नाम पर उसे विजयवाड़ा ले गया था जहां उसकी मौत हो गई है।उसे आज तक नहीं पता चला कि उसके पति की मौत कैसे हुई ?इधर सामाजिक कार्यों से जुड़ी समाज सेवी महिला संगीता देवी ने बताई की विधवा पूजा देवी को के पास राशन कार्ड भी नहीं है और न हीं गुजारें के लिए कोई अन्य काम। ताकि अपनी जीविकोपार्जन कर सके।