श्री भगवती प्रसाद कन्या महाविद्यालय में श्रद्धेय स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी की पुण्यतिथि पर भव्य आयोजन।
समाज में नारी सशक्तिकरण और प्रगतिशीलता का प्रतीक बन रहा विद्यालय : डॉ शिव शरण दास
भानु प्रकाश
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
श्रीभगवती प्रसाद कन्या महाविद्यालय, गोरखपुर के संस्थापक और प्रेरणास्रोत स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी की पुण्यतिथि के अवसर पर विद्यालय परिसर में भव्य श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अमरकांत सिंह, नवनिर्वाचित प्रबंधक डॉ. शिव शरण दास, पूर्व प्रबंधक श्री अष्टभुजी दास, प्रधानाचार्या श्रीमती रीना सिंह और बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी एवं छात्राएं उपस्थित रहीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन और स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करके हुआ। डॉ. शिव शरण दास ने स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके योगदान को नमन किया और उनके आदर्शों को समाज के लिए प्रेरणा बताया।
अपने संबोधन में डॉ. शिव शरण दास ने कहा कि
"यह महाविद्यालय केवल शिक्षा का केंद्र नहीं है, बल्कि यह समाज में नारी सशक्तिकरण और प्रगतिशीलता का प्रतीक है। स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी ने महिला शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए जो सपना देखा था, वह आज इस विद्यालय के रूप में साकार हो रहा है।"
उन्होंने विद्यालय की स्थापना के ऐतिहासिक पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस विद्यालय की नींव उनके पूर्वज स्वर्गीय श्री महादेव प्रसाद रईस ने अपने पिता स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी की स्मृति में रखी थी। उन्होंने कहा, "आज 74 वर्षों की इस गौरवशाली यात्रा में यह संस्थान नारी शिक्षा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बना चुका है।"
डॉ. शिव शरण दास ने छात्राओं को प्रेरित करते हुए कहा, "हमारा उद्देश्य छात्राओं को न केवल शिक्षित करना है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर, जागरूक और समाज के प्रति उत्तरदायी नागरिक बनाना है। आपको अपनी शिक्षा के साथ-साथ नैतिक और सामाजिक मूल्यों को भी अपने जीवन में उतारना चाहिए।" उन्होंने यह भी जोड़ा कि, "आप सभी छात्राएं इस विद्यालय की धरोहर हैं, और आपकी उपलब्धियां ही इस संस्थान की गरिमा को और ऊंचाई प्रदान करेंगी।"
मुख्य अतिथि डॉ. अमरकांत सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि "निर्भीक, सजग और शिक्षित छात्राएं ही समाज का निर्माण कर सकती हैं।" उन्होंने छात्राओं को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक और सामाजिक ज्ञान अर्जित करने पर जोर दिया।
प्रधानाचार्या श्रीमती रीना सिंह ने मुख्य अतिथि और सभी अतिथियों का पुष्पगुच्छ और स्मृति चिह्न देकर स्वागत किया। उन्होंने विद्यालय और छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए अपने निरंतर प्रयासों की प्रतिबद्धता व्यक्त की।
कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी हुईं। छात्राओं ने समूह गीत, नृत्य और प्रेरणादायक भाषण प्रस्तुत कर स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।
समापन और आभार प्रदर्शन।
कार्यक्रम का समापन प्रधानाचार्या श्रीमती रीना सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उन्होंने कहा, "इस प्रकार के आयोजन हमें न केवल हमारे प्रेरणास्रोतों को स्मरण करने का अवसर देते हैं, बल्कि उनके आदर्शों पर चलने की प्रेरणा भी प्रदान करते हैं।" यह सभा न केवल स्वर्गीय श्रीभगवती प्रसाद रईस जी को श्रद्धांजलि देने का अवसर बनी, बल्कि उनके आदर्शों और नारी शिक्षा के प्रति उनके योगदान को आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने का एक महत्वपूर्ण माध्यम भी सिद्ध हुई।