विद्यालय रसोइया संघ (ऐक्टू) का तीसरा जिला सम्मेलन सम्पन्न।
रसोइयों को सरकारी कर्मचारी घोषित करने की मांग।
रिपोर्ट विनोद विरोधी
गया, बिहार।
बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ , ऐक्टू का जिला सम्मेलन अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ गोप गुट कार्यालय परिसर में सम्पन्न हुआ। सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए रसोइया संघ की महासचिव सरोज चौबे ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है जब जनविरोधी व मजदूर विरोधी दिल्ली व पटना की गद्दी पर काबिज है। संविधान व लोकतंत्र पर हमला बढ रहा है। विपक्ष पर हमला तेज हो रहा है । सरकार बुलडोजर राज कायम कर रही है। सरकार लाठी गोली के बल पर शासन करना चाहती है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार अपने शासन काल में रसोइयों के मानदेय में एक पैसे की भी वृध्दि नहीं की। रसोइयों को महज 1650 रूपया मिलता है। वह भी मात्र दस महीने का। पिछले पांच साल से बिहार सरकार ने रसोइयों का एक पैसा भी नहीं बढाया। बिहार राज्य विद्यालय रसोइया संघ रसोइयों के मानदेय वृद्धि के लिए लगातार आंदोलन कर रहा है। सम्मेलन को संबोधित करते हुए ऐक्टू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम लाल प्रसाद ने कहा कि मजदूरों के अधिकार, सामाजिक सुरक्षा, सामाजिक सम्मान व समानता के लिए दिल्ली में ऐक्टू का सम्मेलन 24, 25,26 फरवरी को आयोजित किया जाएगा। जिसकी सफलता के लिए व्यापक रसोइयों को संगठन में भर्ती करना है। कमिटियों का गठन किया जाना चाहिए।
संघ कीअध्यक्ष रीता बरनवाल कहा कि आज स्कीम वर्करों से सरकार गुलामी करवा रही है। रसोइयों को बिहार के बदलाव के लिए रसोइयों को 9 मार्च को बदलो बिहार महाजुटान में में भाग लेना चाहिए। सम्मेलन को अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ (गोप गुट) गया के सचिव जिया लाल प्रसाद, रेणु देवी, कस्तूरबा गांधी विद्यालय पूनम देवी,जहानाबाद रसोइया संघ की सचिव बच्चू सिंह आदि ने भी संबोधित किया।
सम्मेलन का संचालन राज्याध्यक्ष विभा भारती, अर्जुन सिंह,अंजू देवी, अनीता देवी व प्रतिमा देवी ने किया।
15 सदस्यीय कमिटी के सचिव रामचंद्र प्रसाद, सम्मानित अध्यक्ष रीता वर्णवाल व अध्यक्ष विभा भारती , उपाध्यक्ष अंजू देवी अनिता देवी, प्रमिला देवी, मीरा देवी चुनी गई। सह सचिव प्रतिमा देवी, सरोज देवी, मानो दवी व शारदा देवी चुनी गई। कमिटी में मुन्नी देवी, रेणु देवी, राजकुमारी देवी, सुनीता देवी व रीता देवी चुनी गई।