इंडस्ट्री और इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट में सहयोग और समन्वय से बनेगा माहौल : मंत्री
जून तक पटना में साइंस सेंटर बनकर हो जाएगा तैयार
सभी जिला में होगा सिनर्जी सबमिट : सचिव
किताबी ज्ञान के साथ व्यवहारिक ज्ञान भी जरूरी : जिलाधिकारी
जॉब सीकर न होकर जॉब गिवर बनें: पुलिस अधीक्षक
वैशाली जिला के बिदुपुर प्रखंड के चकसिकंदर में हुआ विज्ञान- प्रावैधिकी विभाग का पहला सिनर्जी सबमिट
हाजीपुर (वैशाली) बिहार
इंडस्ट्री और इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट के बीच कोलैबोरेशन को लेकर आज वैशाली जिला के बिदुपुर प्रखंड के चकसिकंदर में अवस्थित गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में सिनर्जी सबमिट हुआ। इस अवसर पर विज्ञान, प्रावैधिकी तथा तकनीकी शिक्षा विभाग के माननीय मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह ने कहा कि आज का यह कार्यक्रम उनके ख्वाब पूरा होने जैसा है। इससे तकनीकी संस्थानों तथा उद्योग जगत के लोगों को निश्चित रूप से लाभ होगा। उन्होंने कहा कि हम बिहार में उद्योग धंधे, कल कारखाना लाने के लिए एक माहौल बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद और योग पर भी ध्यान देना चाहिए। विभागीय सचिव डॉक्टर प्रतिमा ने कहा कि आज के कार्यक्रम का उद्देश्य है कि इंडस्ट्री और इंस्टिट्यूट के बीच कोलैबोरेशन किया जाए। उन्होंने कहा कि वैशाली के जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक दोनों इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं और उनके अनुभव और सक्रियता से इतना अच्छा आयोजन संभव हो सका है। ऐसे आयोजन अन्य जिलों में भी कराए जाएंगे। जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा ने कहा कि छात्रों को किताबी ज्ञान के साथ-साथ व्यवहारिक ज्ञान का होना बहुत जरूरी है। छात्रों को खुले मन मस्तिष्क से आगे बढ़ना चाहिए। अपने माता-पिता तथा बड़ों का सम्मान जरूर करना चाहिए। पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय ने कहा कि इंजीनियरिंग के छात्रों को जॉब सीकर न होकर जॉब गिवर बनना चाहिए। इसके लिए लो प्रोफाइल में रहकर चीजों को सिखाना होगा। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री केपीएस केसरी ने सुझाव दिया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई में एंटरप्रेन्योरशिप को एक वैकल्पिक विषय के रुप में शामिल करना चाहिए। इस सम्मेलन में सैकड़ो छात्रों के साथ करीब 60 प्रमुख उद्योगों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।इसके पहले कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर अनंत कुमार ने आगत अतिथियों का स्वागत किया।