अवैध एकनंबर या लॉटरी का धंधा थमने का नाम नहीं, पुलिस प्रशासन मूकदर्शक।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
शहरी क्षेत्र के सभी चौक चौराहा पर खुल्लम-खुल्ला एकनंबरया लॉटरी का धंधा चल रहा है,पुलिस के नजरों के सामने ही यह धंधा चरम सीमा पर पहुंच रहा है, स्थानीय शहरवासी, मोहल्ले वासी एवं सामाजिक कार्यकर्त एवं नागरिक मंच बेतिया ने इसअवैध एकनंबरया लॉटरी के धंधा को पुलिस की मिली भगत से चलने का इल्जाम लगा रहे हैं,विश्वसनीय सूत्रों से पता चला है कि शहर के विभिन्न गलियों,चौक चौराहा,चाय पान के दुकानों,होटल,ढाबा,तांगा स्टैंड,बड़ा रामना,छोटा रमना,सब्जी मार्केट इत्यादि जगहों पर एकनंबरया लॉटरी धंधा चलाने वाले बैठकर लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं, जिससेअनगिनत घर,परिवार घर बर्बाद हो चुके हैं,इसमें अधिकतर,गरीब,मजदूर, रिक्शा वाला,तांगा वाला,टेंपो वाला,चाय पान दुकान वाला बेरोजगा युवक,नशेड़ियों, पॉकेटमार इत्यादि जैसे लोगों को इस अवैध एकनंबरिया लॉटरी धंधा करने से उनके घर परिवार में चूल्हा तक नहीं जल रहा है,परिवार में प्रतिदिन लड़ाई झगड़ा का बाजार गर्म है।अनेकों अनेक बार प्रिंट मीडियाऔर इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से बेतिया पुलिस प्रशासन को खबर के माध्यम से इसकी सूचना दी जा चुकी है,इसके अलावा एकनंबरया लॉटरी का धंधा करने वाले व्यक्तियों की पहचान,स्थान भी बताई जा चुकी है,मगर पुलिस प्रशासन है कि मौन रहकर इस धंधा को परवान चढ़ा रही है,साथ ही धंधा करने वाले का मनोबल भी बढ़ा रही है,जिससे हजारों घर बर्बादी हो गए हैं। इस धंधा में शिक्षित बेरोजगार युवक की संलिप्ता भी उजागर हो रही है।बेतिया डीआईजी,बेतिया पुलिस कप्तान,सभी थाना प्रभारी इसअवैध जुआ के धंधा को इस शहर से उखाड़कर फेंकने की दिशा में अभिलंब छापेमारी करके ऐसे अपराधी को जेल के सलाखों में डाला जाए ताकि इस शहर को एकनंबरया लॉटरी के धंधा पर नियंत्रण किया जा सके, साथ ही एकनंबरया लॉटरी के धंधा करने वालों का मनोबल टूट सके,जिससे शिक्षित बेरोजगार युवक शिक्षा के क्षेत्र में अपना योगदान दे सकें।