एम. ए. एकेडमी तुर्कमानपुर में गांधी जयंती मनाई गई।
व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है - मोहम्मद आकिब अन्सारी
रमाशंकर गुप्ता
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
एम. ए. एकेडमी तुर्कमानपुर में हर साल की तरह इस साल भी गांधी जयंती मनाई गई। गांधी जयंती के इस अवसर पर विद्यालय के सभी होनहार बच्चों ने रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किये। साथ ही साथ सभी बच्चों ने महात्मा गांधी के सिद्धांतों को उजागर करते हुए तरह-तरह के चित्रकला प्रदर्शनी को भी पेश किया। एम. ए. के प्रबंधक मोहम्मद आकिब अंसारी ने विद्यालय परिवार के सभी शिक्षक व शिक्षिकाओं और बच्चों को मुबारकबाद पेश करते हुए महात्मा गांधी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए सभी बच्चों को बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था | इनके पिता का नाम करमचंद गांधी और माता का नाम पुतलीबाई था | ब्रिटिश हुकूमत में इनके पिता पोरबंदर और राजकोट के दीवान थे। महात्मा गांधी का असली नाम मोहनदास करमचंद गांधी था। दक्षिण अफ्रीका में भारतीयों पर हो रहे अन्याय को देखते हुए गान्धी ने अंग्रेजी साम्राज्य के अन्तर्गत अपने देशवासियों के सम्मान तथा देश में स्वयं अपनी स्थिति के लिए प्रश्न उठाये। गांधी जी के ऊपर प्रकाश डालते हुए मोहम्मद आकिब अंसारी ने कहा कि व्यक्ति अपने विचारों से निर्मित प्राणी है, वह जो सोचता है वही बन जाता है। इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या सीमा परवीन, उप प्रधानाचार्या निदा फातिमा, नसीम अशरफ फारुकी, सूबिया मैडम, समा मैडम, सलमा मैडम, समीर सिद्दीकी, अनस खान, काशिफ सैयद आदि लोगों के साथ विद्यालय के सभी बच्चे उपस्थित थे।