व्यापक गर्भपात देखभाल (CAC) की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न।
मोनिटरिंग सिस्टम पर रिपोर्टिंग न करने वाले संस्थानों को दें नोटिस- डॉ आर.बी. कुरेले CMHO
गर्भ समापन की सेवा देने वाले संस्थानों की होगी आकस्मिक निगरानी- डॉ हेमंत मंडेलिया नोडल
डाॅ. रामजी शरण राय
दतिया, मध्यप्रदेश।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के दिशा निर्देशन में जिले में संचालित शासकीय व अशासकीय स्वास्थ्य संस्थानों में प्रदान की जाने वाली व्यापक गर्भपात देखभाल (Comprehensive Abortion Care) की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक का आयोजन सभागार, कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी में किया गया।
आयोजित व्यापक गर्भपात देखभाल (CAC) रिव्यू मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे डॉ. आर.बी. कुरेले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने जिले भर में प्रशिक्षित चिकित्सकों से अनिवार्यतः गर्भसमापन की सेवाओं को मुहैया कराने व सेवाएं देने पर एवं प्रदान की गई सेवाओं की HMIS ऑनलाइन पोर्टल पर रिपोर्टिंग न करने वाले संस्थानों को नोटिस जारी करने हेतु निर्देशित किया। ताकि महिलाओं को गर्भसमापन की सेवाएँ मुहैया को सकें।
एमटीपी के नोडल अधिकारी डॉ हेमंत मंडेलिया डीएचओ-1 ने रिव्यू मीटिंग के बारे में व्यापक जानकारी देते हुए बताया कि सेवाएं प्रदन करने वाले संस्थानों की आकस्मिक निगरानी की जायेगी।
आईपास भोपाल के संभागीय समन्वयक करुनानिधान ने व्यापक गर्भपात देखभाल (CAC) हेतु प्रशिक्षित चिकित्सकों की पदस्थापना, आवश्यक सेवाओं की उपलब्धता, व रिपोर्टिंग, गर्भसमापन के बाद देखभाल पर एवं एमटीपी एक्ट संशोधित 2021 पर प्रस्तुतिकरण किया गया।
जिला स्तरीय समिति सदस्य डॉ मधुबाला गुप्ता ने एमटीपी के प्रावधानों को बताते हुए RMP की राय अनुसार 9 सप्ताह तक औषधि द्वारा, 20 सप्ताह तक एक RMP, 24 सप्ताह तक दो RMP एवं मेडिकल बोर्ड द्वारा 24 सप्ताह के बाद गर्भसमापन की सेवाएं दी जा सकती हैं। MTP जिला स्तरीय समिति सदस्य रामजीशरण राय ने ज़मीनी स्तर पर आने वाली दिक्कतों पर जानकारी देते हुए मुद्दे पर संचालित नीतियों, सामाजिक मान्यताओं व रूढ़ियों की परिवर्तित करने हेतु व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता बताई। ताकि जिले में होने वाली मातृ मृत्यु को कम किया जा सके।
आईपास भोपाल के करुनानिधान ने फेसिलिटी वाइज HMIS डेटा 2023-24 का एनालिसिस किया साथ ही इस देटा को कैसे सुधारा जा सकता है और सेवाओं को कैसे व्यापक किया जा सकता है इस पर प्रस्तुतिकरण किया। विभिन्न प्रकार के प्रपत्र की विस्तृत जानकारी दी। ऑनलाइन रिपोर्टिंग की तिमाही प्रगति के आंकड़े प्रस्तुत किए।
समीक्षा बैठक में डॉ आर एन आर्य सर्जिकल विशेषज्ञ, डॉ एचएम उज्जैनिया निश्चेतना विशेषज्ञ, श्रीमती शार्लेट वैरो डीपीएचएनओ, श्रीमती प्रतिमा गाड़े, डॉ राहुल चउदा, श्रीमती मीनाक्षी शर्मा एम & ई ने उपस्थित रहकर अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए।