शिक्षा, शिक्षक व शिष्य का कोई विकल्प नही होता है- डा. यू एस तिवारी
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश।
शिक्षा, शिक्षक व शिष्य का कोई विकल्प नही होता है । किसी भी व्यक्ति को सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के लिए शिक्षा के मार्ग से गुजरना होता है । यह तभी संभव है जब सभी अपने-अपने अधिकारों के साथ ही कर्तव्यों का भी निर्वहन करें । शिखर तक पहुंचने के लिए निखरना आवश्यक होता है । उक्त बातें मेडिकल कालेज के वरिष्ठ ह्रदय रोग विशेषज्ञ डा.यूएस तिवारी ने गुरुवार को जंगल धूसड़ स्थित श्री विरेन्द्र कुमार इंटर कालेज में आयोजित "शिक्षा, शिक्षक व शिष्य के अधिकार एवं कर्तव्य" संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि कही । स्वतंत्रता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में यूपी बोर्ड के परीक्षा में 80% से उपर अंक पाने वाली शहनाज़ खातून व चांदनी चौहान को पांच-पांच हजार रुपए का चेक जबकि सुमित, धर्मराज, राजू, नेहा चौहान, बलिराम निषाद, संजना चौहान, शनि गुप्ता, रितू निषाद, प्रीति निषाद, राहुल पाण्डेय सहित 38 छात्रों को सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने के लिए एक हजार का चेक व उनके माता-पिता को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रबंधक डा. प्रभावती वर्मा व संचालन प्रधानाचार्य रेखा तिवारी व चित्रा श्रीवास्तव ने किया । इस अवसर पर सूरज श्रीवास्तव, बबिता सिंह, सुनीता पाण्डेय, बैजनाथ पाल, शालिनी यादव, रजनी चौहान, पद्मा दुवे, आकांक्षा पाण्डेय, शिवेंद्र पाल, संतोष कुमार, रजनी चौहान, कविता पाण्डेय, चंदा साहनी व संध्या शुक्ला सहित तमाम लोगों ने अपने विचार व्यक्त किए ।