बालाजी मैरिज लॉन में काकोरी ट्रैन एक्शन शताब्दी महोत्सव का आयोजन किया गया।
करुणाकर राम त्रिपाठी
महराजगंज, उत्तर प्रदेश।
महराजगंज जिलाधिकारी अनुनय झा एवं पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा द्वारा जनपद महराजगंज में काकोरी ट्रेन एक्शन शताब्दी महोत्सव का आयोजन बालाजी मैरिज लॉन में किया गया।
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन दीप प्रज्वलित करके किया गया।
जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा काकोरी ट्रेन एक्शन के बलिदानियों को पुष्प अर्पित करते हुए श्रद्धासुमन के साथ श्रद्धांजलि दिया गया।
इस कार्यक्रम के दौरान काकोरी ट्रेन एक्शन के प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया जिसमें काकोरी ट्रेन एक्शन में बलिदान हुए शहीदों से संबंधित प्रमुख घटनाओं एवं उनके योगदान के बारे में संबोधित किया गया।
उक्त कार्यक्रम के दौरान स्वास्थ्य विभाग द्वारा रक्तदान शिविर का भी आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा फीता काटकर किया गया।
उपरोक्त कार्यक्रम के दौरान जनपद में भूतपूर्व सैनिकों के द्वारा राष्ट्र के प्रति उनके द्वारा दिए गए अमूल्य अतुलनीय योगदान के कारण उन्हें महोदय द्वारा अंगवस्त्र एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।
काकोरी क्रांति का इतिहास- 9 अगस्त 1925 को शाहजहांपुर से लखनऊ जा रही नंबर 8 डाउन ट्रेन को शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के नेतृत्व में लूटा गया था ताकि ब्रिटिश सरकार के खजाने में सेध लगाई जा सके। इस काकोरी ट्रेन एक्शन में ₹ 4600 लूटे गए थे जिसमें आजाद शहीद चंद्रशेखर आजाद जी के नेतृत्व में अपनी अहम भूमिका देने वाले शहीद राम प्रसाद बिस्मिल सहित शहिद अशफाकउल्ला खान, शहीद रोशन सिंह को 19 दिसंबर 1927 मे फांसी की सजा सुनाई गई थी। तथा अन्य साथी सचिंद्र सान्याल और सचिंद्र बक्शी को काला पानी की सजा दी गई थी। बाकी बचे क्रांतिकारियों को 4 से 14 साल तक की कैद की सजा सुनाई गई थी। इस क्रान्ति मे शहिद राजेंद्र नाथ लाहड़ी भी शामिल थे जो ट्रेन मे पहले से सवार थे जिन्होने ट्रेन को रोकने में मदद की था इस शहीद को 17 दिसंबर 1972 को गोण्डा मे फासी दी गयी थी।