सरकार की दोहरी नीति से परेशान: फेसअटेंडेंस और वेतनमान को लेकर स्वास्थ्यकर्मियों की हड़ताल जारी।
कर्मियों के हड़ताल से हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पूरी तरह प्रभावित
रिपोर्ट:विनोद विरोधी
गया। पूरे प्रदेश में संविदा पर कार्य कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों ने सरकार के दोहरे नीति को लेकर अपने अपने केंद्रों पर बीते कई दिनों से हड़ताल पर हैं। इसी क्रम में बाराचट्टी प्रखंड अंतर्गत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मियों ने हड़ताल को जारी रखे हुए है, जिससे हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पूर्ण रूप से बंद है।हालांकि हड़तालियों के द्वारा आकास्मिक सेवा बाधित नही हैं। इस दौरान जीएनएम के पद पर कार्यरत लवकेश कुमार ने कहा कि हमलोग के साथ बिहार सरकार दोहरी नीति अपना रही हैं। एक तो वेतन कम और दूसरे में फेस अटेंडेंस भी नहीं दे रही हैं।वही हड़ताल पर बैठी प्रियंका कुमारी का कहना है कि सरकार हमे गुजारा भत्ता भी देती तो इतना कम नहीं, इतना से ज्यादा तो बिहार में मजदूर का हैं। हमलोग को इतने कम वेतन से कैसे अपने घर चलाए, कैसे अपने बच्चो को पालन पोषण करें? समझ में नही आता सरकार के नीति से हमलोग परेशान है ।एनएमआर के पद पर कार्यरत रानी कुमारी बताती है कि हमलोग बीते लगभग 2 वर्ष पहले संविदा पर बहाल हुए थे। तब से सरकार न हमलोग का वेतन बढ़ायीं है न ही स्थायी की हैं। साथ ही एक और समस्या उत्पन्न कर दिया है।फेस अटेंडेंस का हमलोग का कार्य अस्पताल से दूरस्थ इलाकों में हैं। जहां न नेटवर्क है ,न ही रहने सहने की उचित व्यवस्था।हमलोग फेस अटेंडेंस कैसे बना पाएंगे ?महिला होकर किस प्रकार गुजारा कर रहे हैं? कैसे अपने परिवार को चलाएं ?अपने बच्चो को कैसे पढ़ाए लिखा? सरकार इसका जवाब दे । हम अपना कार्य ईमानदारी और मेहनत से करते हैं फिर भी सरकार की दोहरी नीति हमे परेशान किए हुए है।साथ में कार्यरत स्थायी कर्मियों को कोई दिक्कत नहीं। उनलोग को न वेतन की दिक्कत, न ही फेस अटेंडेंस की परेशानी ।इसपर सरकार को सोचना चाहिए। हमलोग भी अपना घर परिवार छोड़कर सैकड़ों हजारों किलोमीटर से आकर सेवा दे रहे हैं। इस दौरान शिवानी कुमारी , नवीन कुमार, रूबी कुमारी सहित कई मौजूद थे।