थैलेसीमिया पीड़ित मोहम्मद हसन ने रखा ज़िंदगी का पहला रोज़ा।
सैय्यद फरहान अहमद
गोरखपुर उत्तर प्रदेश।
जमुनहिया बाग गोरखनाथ निवासी आसिफ़ महमूद व शीरीन सिद्दीकी के नौ वर्षीय पुत्र मोहम्मद हसन ने जिंदगी का पहला रोजा रखकर खूब इबादत की। पहली कक्षा में पढ़ने वाले हसन थैलेसीमिया जैसी बहुत ही गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। जिसमें हसन को हर महीने खून चढ़ावाया जाता है। हसन ने सुबह परिवार के साथ सहरी खाई। दिन भर इबादत की। भूख, प्यास व तेज धूप की शिद्दत भी हसन की हिम्मत व हौंसले के आगे पस्त नज़र आई। इनके दादा हाजी रईस अहमद ने हौसला बढ़ाया। शाम में जब इफ्तार का वक्त हुआ तो हसन ने अल्लाह का शुक्र अदा करते हुए परिवार के साथ रोज़ा खोला। हसन को खूब सारे तोहफे व दुआ मिली। जिससे दिनभर की भूख प्यास खुशी में बदल गई।