मानवता हुई शर्मसार,नवजात को बाथरूम में छोड़कर मां हुई फरार।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
स्थानीय नगर थाना क्षेत्र में अवस्थित,बेतिया सरकारी मेडिकल कॉलेजअस्पताल के महिला वार्ड के बाथरूम में गमछे से लिपटा एक नवजात को एक महिला छोड़कर फरार हो गई,इसके पूर्व में भी इस अस्पताल में इस तरह की घटना घट चुकी है,इसके अलावा इस शहर में ममता को शर्मसार करने वाली कई घटनाएं सुनने और देखने को मिली है,कहीं नवजात को कूड़े की ढेर पर फेंक कर कुत्ते को नवाला बनते हुए भी देखा गया है,तभी नवजात को ममता की छांव देने वाली कई परिवार के बारे में जानकारी प्राप्त हुई है, जिन्होंने ममता का छांव देकर नवजात का पालन पोषण करके एक उदाहरण बना दिया है। इसी क्रम में इसी क्रम में संवाददाता को पता चला है कि स्थानीय जीएमसीएच के सी ब्लॉक के दूसरी मंजिल स्थित महिला वार्ड की एक अज्ञात महिला नेअपने नवजात शिशु को गमछा में लपेटकर वार्ड के बाथरूम में फेंक कर चली गई।
मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ को जानकारी मिलने पर नवजात शिशु को उठाकर इलाज किया जा रहा है।अस्पताल के उपाधीक्षक,डॉक्टर दिवाकान्त मिश्र ने संवाददाता को बताया कि नवजात के इलाज में किसी तरह की कोई चूक नहीं हो इसके लिए डॉक्टर और नर्सों की तैनाती कर दी गई है। नवजात शिशु पूरी तरह स्वस्थ है,और उसको शिशु वार्ड के आईसीयू में रखा गया है।
अस्पताल की ही एक महिला चनपटिया नुनियवा टोला निवासी,फूलमती देवी अपनी मां को बाथरूम लेकर गई थी तो नवजात के रोने की आवाज सुनी,उसने अस्पताल प्रबंधक शाहनवाज को इसकी सूचना दी,तभी डॉक्टर और नर्स उस नवजात शिशु को उठाकर इलाज करना शुरू कर दिया।
अस्पताल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार,नवजात शिशु को ममता का छांव देने के लिए दो बच्चों की मांआतुर है,उसने अस्पताल प्रशासन से आग्रह किया है कि इस नवजात शिशु को हम गोद लेकर इसका पालन पोषण करेंगे,मगर अस्पताल प्रशासन ने संवाददाता को बताया कि इसके लिए कई कागजी कार्रवाई करनी पड़ेगी,इस नवजात शिशु को दत्तकसंग्रह केंद्र, बानुच्छपर में रख दिया जाएगा।इसी दत्तक संग्रह संस्थान से गोद देने की परंपरा चली आ रही है।