पुल निर्माण संघर्ष समिति के आह्वान पर ग्रामीणों ने किया आक्रोश सभा का आयोजन।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
बैरिया प्रखंड क्षेत्र के पखनाहा उच्च विद्यालय के प्रांगण में पुल निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यों के नेतृत्व में हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने आक्रोश सभा में भाग लिया,जिसमें पुल निर्माण संघर्ष समिति के सदस्य एवंआम ग्रामीणों ने गंडक नदी पर बेतिया पखनाहा से तमकुही पुल निर्माण नहीं होने से काफी नाराजगी जाताते हुएआक्रोश सभा को सफल बनाया,साथ ही कहा कि करीब 20 वर्षों से जब भी चुनाव आता है तो पूल निर्माण के मुद्दा बनाकर भाजपा सांसद,डाक्टर संजय जायसवाल चुनाव जीत जाते हैं,लेकिन चुनाव जीतने के बाद पूल के नाम भी भूल जाते हैं, जिससे आज तक पुल निर्माण नहीं कराया गया,पूल निर्माण संघर्ष समिति एवंआम ग्रामीणों ने संवाददाता को बताया कि जब तक गंडक नदी पर पकनाहा तमकुही पुल निर्माण नहीं होगा तब तक आगामी लोकसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार किया जाएगा,साथ ही नर के साथ इस बात को दोहराया कि पूल नहीं तो वोट नहीं।मौके पर उपस्थित ग्रामीण दिव्यांग,विनीत कुमार ने संवाददाता से कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में या तो वोट का बहिष्कार करेंगे या नोटा दबाएंगे। सभा समाप्ति के बाद पुल निर्माण संघर्ष समिति के सदस्यों ने हजारों की संख्या में पैदल मार्च निकाले एवं पिपरा घाट तक गए,जहां पहुंच कर यह संकल्प लिया कि जब तक पूल निर्माण नहीं होगा तब तक वोट नहीं देंगे।यह संघर्ष तब तक चलता रहेगा जब तक इसका निर्माण नहीं हो जाएगा मौके पर,नवीन कुमार,संतोष कुमार गुप्ता,धनंजय कुमार, शेख राजू,मनीष कुशवाहा, मनजीत कुशवाहा,सोनू खान, अभिषेक कुमार आदि लोग मौजूद रहे।गंडक नदी पर बेतिया पखनाहा तमकुही पूल निर्माण हो जाने से बेतिया जिला मुख्यालय से लेकर बैरिया प्रखंड के लोगों को उत्तरप्रदेश जाना बहुत ही आसान हो जाएगा,करीब सैकड़ो किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगा,जिससे क्षेत्र के लोगों को उत्तरप्रदेश से व्यापार करने,शिक्षा के लिए आनेजाने- इलाज कराने में काफी सहूलियत हो जाएगा। इस क्षेत्र केअधिकांश लोग स्वास्थ्य सुविधा के लिए तरसते हैं, इसके अभाव में लोगों की जान चली जाती है।