मौलाना मो. हाशिम अशरफी ने नम आखों से दुआ की तो आमीन कहने वालो की आखों से आँसू बहने लगे।
हिन्दुस्तान समेत पूरी दुनिया में अमनों अमान ,खुशहाली और मस्जिदे अक्सा की हिफाज़त के लिये दुआ करायीं।
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
ऐ अल्लाह हमारी सुरक्षा फरमा आफतो और मुसीबतो से छुटकारा देदे या अल्लाह कोरोना वायरस का खातमा फरमा कोरोना वायरस से भारत समेत पूरी दुनिया की हिफाज़त फरमा ऐ अल्लाह मस्जिदे अक्सा की हिफाज़त फरमा ,ऐ अल्लाह हम तेरे बन्दे हैं और तेरी बारगाह मे तौबा करते है। हमारी तौबा कबूल फरमा। हमें हर तरह के पाप और बुरे कामों से सुरक्षित फरमा ऐ अल्लाह तू जो चाहे छीन ले तू जो चाहे दे दे तू ही हाकिम तू ही मददगार तू ही जरूरतों को पूरा करने वाला है। पाताल से लेकर आकाश तक तेरी ही बादशाहत हैं ऐ अल्लाह हमारी परीक्षा न ले। जिन नेक बन्दों की परीक्षा तूने लिया है उनके सदके हमारी परीक्षा माफ फरमा दें। ऐ अल्लाह मुल्क से दहशतगर्दी और फिरका परस्ती को मिटा दे ।आल इण्डिया गरीब नवाज़ के तत्वाधान में आयोजित मरकजी कुल शरीफ कंघी मोहाल बड़ा इमाम चौक में कौन्सिल के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मो. हाशिम अशरफी ने नम आखों से दुआ की तो आमीन कहने वालो की आखों से आँसू बहने लगे। कुल में उपस्थित लोग भी दुआ में व्यस्त थे। हाथों को उठाये हुऐ थे। इससे पूर्व दर्जनों ओलमा ने अपनी तकरीरों मे कहा कि हम माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करते हैं कि ख्वाजा गरीब नवाज जो पूरे देश विदेश के लिए एक महान संत पुरूष है उनके उर्स रजब की छुट्टी को राष्ट्रीय अवकाश घोषित करें मौलाना अशरफी ने कहा ख्वाजा गरीब नवाज का आस्ताना ऐसा आस्ताना है जहाँ मुगलिया बादशाह से लेकर अमरीकी राष्ट्रपति ओबामा तक सैकड़ों शासको ने अपनी उपस्थति दी। हजरत गरीब नवाज ने पूरी दुनिया को सच्चाई का मार्ग दिखाया। आज भी आप के आस्ताने पर हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी धर्मो के लोग बड़े प्रेम से आते है। आज जरूरी है कि गरीब नवाज के मिशन को पूरे भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में फैलाया जाये। ख्वाजा गरीब नवाज का मिशन माँ बाप का दिल न दुखाओं, धुम्रपान यानी शराब गांजा, अफीम, स्मैक,चरस से बचना और बेसहारा गरीबो,, मोहताजों की मदद करना है । मौलाना अशरफी ने दहशत गर्दी पुरज़ोर निंदा की और कहा इस्लाम का दहशत गर्दी से कोई सम्बन्ध नहीं | उलमा ने कहा ख्वाजा गरीब नवाज़ ने मानवता, इन्सानियत मुहब्बत भाईचारा का सदेंश दिया | इससे पूर्व जलसे का आगाज़ कुरान पाक की तिलावत से कारी मो. अहमद अशरफी ने किया । जलसे का संचालन हाफिज़ नियाज़ अशरफी और हफ़ीज़ मो.अरशद अशरफी ने किया। शायरों ने गरीब नवाज की बारगाह में मनकबत पढ़ी। कुल शरीफ का आयोजन बड़े ही हर्ष और उल्लास से प्रारम्भ हुआ। शब्बीर भईया, शाहे आलम, समी कुरैशी, मो. फकरू, मुन्ना मियां,जु़बैर वारसी,मुहम्मद वासिफ अशरफी,जावेद भाई,सईद गुड्डू,शारिक बरकाती,अज़मत,सलीम अहमदने मेहमानों का हार फूल से इस्तकबाल व स्वागत किया। इस अवसर पर खास तौर पर मौलाना महताब आलम मिस्बाही,हाफिज मिन्हाजउद्दीन क़ादरी] हाफिज अब्दुर रहीम बहरईची,फखरुद्दीन बाबू आदि हजारों की तादाद में लोग मौजूद रहे ।