ज़मीनी मेहनत मैनपुरी और घोसी का परिणाम: अल्पसंख्यक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
अनवर अली पप्पू मिर्जा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अल्पसंख्यक सभा समाजवादी कहां की पाठक को जैसा कि हम सब देश की सत्ता परिवर्तन जो 2014 में मोदी सरकार के रूप में हुआ उसके बाद देश के कई राज्यों की सरकारें बीजेपी की बनती चली गई उसके बाद ऐसा लगता था कि अब चुनाव कोई भी हो जीत बीजेपी की ही होना है उसका परिणाम यह हुआ कि व्यापारी नौकरी पेशा और वह लोग जो सत्ता सुख के बिना नहीं रह सकते वह सब अपने-अपने दल छोड़कर सत्तादारी दल भाजपा के साथ चले गए और बीजेपी की ताकत बढ़ती गई और बीजेपी की ताकत बढ़ती गई 2022 के चुनाव के बाद हम उपचुनाव में निरंतर हारते चले गए रामपुर लोकसभा आजम साहब की सीट उसके बाद प्रमुख रूप से आजमगढ़ लोकसभा का चुनाव जहां हमारे 10 के दसों विधायक हैं वह हम हारे और बीजेपी जीत गई प्रदेश के प्रमुख चुनाव में 2022 विधानसभा चुनाव में चाचा शिवपाल जी को आधार बनाकर चुनाव नहीं लड़ा गया उनकी योग्यता और उपयोगिता का सही प्रयोग पार्टी ने नहीं किया परिणाम यह हुआ की बीजेपी के विरोध में लहर थी यहां तक की भाजपा के विधायक और नेता बसपा के विधायक और नेता पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो रहे थे और चुनाव भी लड़े हमारी सीटें तो बढ़ी पर हम सरकार ना बना सके जिसका जिसका खामयाजा प्रदेश की सरकार किसी एक वर्ग के लिए कार्रवाई का पैमाना अलग बनाते हुए किसी एक समाज का बड़ा नुकसान कर दिया यह वही समाज है जो सपा का कैडर वोट है आजमगढ़ लोकसभा में हमारा बेस वोट इतनी संख्या में था कि हारने का सवाल नहीं हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश जी ने सीट छोड़ी थी वहां बीएसपी प्रत्याशी गुड्डू जमाली इतना वोट पा गय कि हमे हार का मुंह देखना पड़ा रामपुर उपचुनाव में बीएसपी ने प्रत्याशी नहीं उतरा वहां एससी वोट बीजेपी में चला गया और रामपुर हम हार गए मैनपुरी लोकसभा और घोसी विधानसभा के उपचुनाव में बीएसपी ने प्रत्याशी नहीं उतरा परंतु चाचा के प्रयास से सभी दलित भूतों पर हम भारी संख्या में जीते यह वही फार्मूला था जब नेताजी के समय में सपा को मीडिया और सभी दल हल्का मानते थे परंतु परिणाम में सपा प्रथम स्थान पर होती थी 2022 के चुनाव में बीएसपी का 7% वोट 2017 में मिले वोट से कम मिला और वह भाजपा में चला गया जिसका परिणाम योगी जी की सरकार पुना बन गई मैनपुर और घोड़ी का दलित पूरी तरह हमारे साथ रहा यह समीकरण अगर स्धे रहे तो 2024 में 80 सीट में चौंकाने वाले परिणाम आना निश्चित!।