मुस्लिम धर्मावलांबियों का ईद मिलादुन्नबी(अवतरण उत्सव) का पर्व बड़ी धूमधाम व उत्साह पूर्वक मनाया गया।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
जिले के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने बड़ी धूमधाम एवं उत्साहपूर्वक माहौल में,पैगंबर मोहम्मद साहब के यौमे पैदाइश(अवतरण उत्सव)को मनाया,इस अवसर पर जिले में विभिन्न कार्यक्रम किए गए, जिसमे मोहम्मदिया जुलूस, मिलाद की महफिल,कुरआन खानी,छात्र-छात्राओं के बीच इस विषय पर प्रतियोगिता का आयोजन कर छात्राओं के बीच प्रमाण पत्र वितरण इत्यादि विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मुस्लिम समुदाय के कई शिक्षाविद,स्कॉलर, उलेमा ने कार्यक्रम में मुस्लिम समुदाय के लोगों के बीच पैगंबर साहब की जीवनी के विभिन्न पहलुओं को दर्शाते हुए उनके बताए हुए रास्ते पर चलने की मार्गदर्शन दिया। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि सामाजिक कुरीतियों,गैर बराबरी और नफरत से इंसानी समाज को छुटकारा दिलाने का हजरत मोहम्मद साहब का पैगाम हमारे लिएआज और भी ज्यादा प्रासंगिक हो गया है। हजरत मोहम्मद साहब ने न सिर्फ भाईचारा, मोहब्बत का पैगाम दिया था,बल्कि उन्होंने अपने जीवनकाल में उसपर अमल भी कर दिखाया। उनका जीवन तमाम इंसानियत के लिए अनुकरणीय है,जबकि सारी दुनिया की इंसानी बिरादरी उनके प्रति एहसानमंद है। इस मौके पर इस मौके पर, जदयू महिला सेल की जिला अध्यक्ष सह मानवाधिकार कार्यकर्ता,सुरैया सहाब ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि, इंसानियत,भाईचारगी,प्रेम, सद्भाव से दूसरे धर्म के लोगों के साथ ऐसा ही शुलुक करना चाहिए जैसे कि हम अपनी कौम,बिरादरी के साथ करते हैं हम सभी मुस्लिम समुदाय के लोगों को चाहिए कि हुजूर पाक के यौमेपैदाइश पर सच्चाई,इंसाफ,मैत्री,भाईचारा, सद्भावना,आपसी मोहब्बत जैसे उनके जीवन की बुनियादी उसूलों पर अपनी रोजाना जिंदगी में अमल करना सीखें,यही हुजूर पाक के प्रति सच्ची,ईमानदारी, मोहब्बत,मेहनत,लगन से उनके रूह को ठंडक मिलेगी।