जागरूकता से ही रोका जा सकता है बाल विवाह।
करुणाकर राम त्रिपाठी
परतावल,महराजगंज, उत्तर प्रदेश।
राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत किशोर स्वास्थ्य एवं कल्याण दिवस प्रथम का आयोजन उप केंद्र धर्मपुर, छपिया, बसवार एवं पिपरपाती तिवारी में आयोजित हुआ जिसमें जिसमें 219 किशोरियों एवं 198 किशोरों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के दौरान किशोर स्वास्थ्य काउंसलर अनिरुद्ध गुप्ता ने शादी की सही उम्र विषय पर किशोर किशोरियों के बीच चर्चा किए चर्चा के दौरान काउंसलर गुप्ता ने बताया कि लड़कियों की शादी की सही उम्र कम से कम 18 वर्ष और लड़कों में शादी की सही उम्र कम से कम 21 वर्ष जरूर होनी चाहिए यदि हम कम उम्र में शादी करते हैं तो इसका व्यापक दुष्प्रभाव किशोरियों के स्वास्थ्य पर पड़ता है जैसे अगर किसी किशोरी का शादी 20 वर्ष से पहले होती है तो उसके बच्चे का जन्म समय से पहले होने का चांस ज्यादा होता है या फिर सिजेरियन के माध्यम से ही ऑपरेशन हो पाता है इस दौरान बच्चे की वजन ढाई सौ ग्राम से कम होती है जिससे उसकी पूरी शारीरिक विकास नहीं हो पाती है कार्यक्रम के दौरान आरबीएसके के डॉक्टर ए एन मिश्रा ने अपने संबोधन में बाल विवाह होने पर समाज के सम्मानित व्यक्तियों जैसे प्रधान बीडीसी नगर पंचायत अध्यक्ष या कोई सामाजिक संगठन चलाने वाली संगठन आशा आगनबाड़ी और एमएम से मदद लिया जा सकता है। इसके उपरांत भी बाल विवाह होता है तो इसके दुष्परिणाम के बारे में पेरेंट्स को बताना चाहिए तथा पुलिस हेल्प नंबर 100 चाइल्ड लाइन नंबर 1098 एवं 181 महिला हेल्पलाइन नंबर से शिकायत किया जा सकता है इस अवसर पर उपस्थित किशोरियों एवं किशोरों में सेनेटरी पैड एवं आयरन की गोली वितरित किया गया कार्यक्रम के दौरान किशोर किशोरियों का बीएमआई टेस्ट एवं स्वास्थ्य परीक्षण सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परतावल के स्वास्थ्य टीम के द्वारा किया गया इसके साथ ही साथ एक प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें प्रथम पुरस्कार कुमारी सृष्टि प्रजापति द्वितीय पुरस्कार कुमारी नंदिनी एवं तृतीय पुरस्कार कुमारी काजल को दिया गया इस अवसर पर आरबीएस के टीम के ममता यादव, एएनएम रुचि सिंह, डॉ. एमपी सिंह, सी एच ओ प्रीति तथा एएनएम इंद्रावती, एएनएम रेखा एवं रागिनी मिश्रा, गीता यादव , आशा , आंगनबाड़ी तथा अभिभावक उपस्थित रहे।