डीएम ने पेयजल समस्या एवं बढते गर्मी को लेकर की बैठक,अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों को दी आवश्यक निर्देश।
दाखिल खारिज में नाजायज वसूली पर अंचलाधिकारी के खिलाफ लोगों ने की जमकर नारेबाजी।
रिपोर्ट: विनोद विरोधी
गया, बिहार।
जिले के मोहनपुर प्रखंड सभागार में जिलाधिकारी डॉ० त्यागराजन एस एम ने मोहनपुर और बाराचट्टी प्रखंड में पेयजल संकट को लेकर समीक्षा बैठक किया। यह बैठक अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के साथ किया गया। बैठक में उपस्थित दोनों प्रखंड के जनप्रतिनिधियों ने बारी बारी से उनके पंचायत में नल जल योजना की वर्तमान स्थिति और चापाकल की स्थिति की जानकारी लिया।
केवला पंचायत के मुखिया अरविंद सिंह यादव के अलावे गोपालकेडा के मुखिया कमलेश सिंह, लाडु पंचायत के मुखिया अजय कुमार शर्मा उर्फ पप्पू सिंह ने पंचायत में नल जल योजना के बारे में विस्तार से जानकारी दिया।वहीं कई गांव में बोरिंग सफल नहीं होने पर मुखिया ने पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को हीरा बोरिंग कराने का अनुरोध किया। जिलाधिकारी ने भी बोरिंग फेल होने वाले स्थानों पर जांच कर उचित निर्णय लेने का निर्देश विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया। मालूम हो कि मोहनपुर प्रखंड के कई जनप्रतिनिधियों ने पहाड़ी इलाका होने के कारण बोरिंग सफल नहीं होने की बात समीक्षा बैठक में की। जिसके बाद जिलाधिकारी ने बाराचट्टी प्रखंड के जनप्रतिनिधियों से वैसे महादलित टोले एवं कस्बों की जानकारी मांगी जहां पेयजल संकट होने की स्थिति में टैंकर से पानी पहुंचाया जा सके।
वहीं मोहनपुर प्रखंड में पीएचईडी विभाग से नल जल योजना में किए गए अनियमितता की शिकायत की गयी। ग्राम पंचायत बगुला के सभी वार्ड मे पीएचडी विभाग के द्वारा नल जल योजना का कार्य किया गया है। जिसमें काफी अनियमितता बरत गई है। एक दो वार्ड छोड़कर सभी वार्ड में नल नल जल योजना बंद है। इसी प्रकार ग्राम पंचायत गोपालकेड़ा में भी नल जल योजना फेल की बात कहीं गई है। साथ ही ग्राम पंचायत गोपालकेड़ा के मुखिया कमलेश सिंह के द्वारा चापाकल में मरम्मती में घटिया सामग्री का प्रयोग करने की भी बात कही गई है। उक्त तमाम बातों की जानकारी लेने के बाद जिला पदाधिकारी के द्वारा पीएचडी विभाग के उपस्थित कर्मचारियों को निर्देश दिया है कि सभी जगह पर कार्य और सामान अच्छे क्वालिटी को लगाना है। अगर कहीं से शिकायत आने पर इसकी करवाई किया जाएगा। वही बंद पड़े चापाकल को जल्द से जल्द चालू करने का भी निर्देश दिया गया है। इसी प्रकार से बाराचट्टी प्रखंड के भी कई पंचायत में पेयजल की समस्या उत्पन्न होने की बात प्रतिनिधियों ने कहा है। बढ़ते गर्मी के मद्देनजर जिला पदाधिकारी के द्वारा उपस्थित सभी जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस गर्मी में घर से बाहर अति आवश्यक कार्य के लिए ही निकले घर से निकलने के समय गमछा जरूर रखें एवं जूता-चप्पल जरूर पहन कर निकले साथ चिकित्सा प्रभारी को निर्देश दिया है कि दो पंचायत मिलाकर एक एंबुलेंस का व्यवस्था करना है। लो और चमकी बुखार के बारे में भी विस्तृत जानकारी दिया गया। बैठक में उप विकास आयुक्त सहित जिला से लेकर अनुमंडल और दोनों प्रखंड के सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद थे। जिला पदाधिकारी बैठक का बाहर निकला तो बाहर में खड़े जनता ने अंचलाधिकारी के विरोध में जमकर नारेबाजी किया और कहा कि अंचलाधिकारी के द्वारा लगान वसूली से लेकर दाखिल खारिज में काफी पैसा लिया जाता है। जिस पर तुरंत ने जिला पदाधिकारी ने एलआरडीसी को जांच करने का निर्देश दे दिया है। मोहनपुर से बाराचट्टी मुख्य सड़क भलुआ से लखैपुर मुख्य सड़क एवं बैजनाथपुर से पहाड़पुर मुख्य सड़क की मांग किया है। इस पर जिला पदाधिकारी ने कहा कि भलुआ से लखैपुर एवं मोहनपुर से बाराचट्टी सड़क में 10 दिनों के अंदर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। इसके बाद जिला पदाधिकारी के द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोहनपुर का भी निरीक्षण किया है
जिसमें चिकित्सा प्रभारी को बढ़ते गर्मी को देख कई निर्देश दिया है। साथ ही आशा कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में घूम घूम कर प्रचार प्रसार तेज करें कि इस तेज गर्मी में घर से बाहर न निकले और चमक जैसे बुखार हो या लू लगने पर उसे तुरंत
इलाज कराने की जरूरत है।