बढ़ती महंगाई के दौर में किसी ही पैमाने पर न्याय उचित नहीं है किसान सम्मान योजना।
बोधगया में हुआ किसान मजदूर सम्मेलन का आयोजन
रिपोर्ट :विनोद विरोधी
गया, बिहार।
सामाजिक संगठन लोक समिति, छात्र युवा संघर्ष वाहिनी और मजदूर किसान समिति के संयुक्त तत्वावधान में जिले के बोधगया स्थित महाप्रज्ञा गेस्ट हाउस में किसान मजदूर सम्मेलन का आयोजन किया गया। सम्मेलन में 9 सूत्री मांगों को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया जिसको लेकर व्यापक स्तर पर जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता महसूस की गई। सम्मेलन में आगत अतिथियों ने कहा कि केंद्र सरकार की गलत नीतियों के कारण किसान कर्ज में जन्म लेने, कर्ज में जीने व कर्ज में ही मर जाने को विवश हैं। केंद्र सरकार ने न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) का कानून बनाने का वादा करके भी अब तक कोई पहल नहीं की है। वहीं राज्य सरकार ने भी ए पी एम सी के तहत संचालित सात हजार मंडियों से बढ़ाकर 41हजार मंडियां व्यवस्था करने की अनुशंसा की थी। बावजूद किसान अपनी उपज बिचौलियों के हाथों में औने पौने दाम में बेचने को मजबूर हुए हैं। वक्ताओं ने यह भी कहा कि इस बढ़ती महंगाई के दौर में केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले किसान सम्मान योजना किसी भी पैमाने पर न्यायोचित नहीं है ।वही काम के घंटे को 8 घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिये जाने को गैर उचित बताया है। सम्मेलन को संबोधित करने वालों में लोक समिति के राष्ट्रीय संयोजक कौशल गणेश आजाद ,महामंत्री शिवजी सिंह, गांधीवादी चिंतक गिरजा सतीश समेत अन्य लोग शामिल थे।