शायद कोई तब मेरे विचारों को समझेगा जब मैं नहीं रहूंगा-डॉ.लोहिया
ब्यूरो चीफ़ हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
राष्ट्रीय लोक दल के तत्वाधान में मुख्यालय सब्जी मंडी बादशाही नाका में डॉ राम मनोहर लोहिया के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा कर उनके चित्र पर पुष्पांजलि की गई मानववादी चिंतक राष्ट्रवाद के प्रबल पक्षधर और समाजवादी परंपरा के पुरोधा डॉ राम मनोहर लोहिया भारत में इतिहास के पन्नों में हमेशा अमर रहेंगे लोहिया का जन्म 23 मार्च 1910 को फैजाबाद जिले के अकबरपुर कस्बे में हुआ था और 12 अक्टूबर 1967 को डॉ राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल दिल्ली में देहावसान हुआ था !मुख्य वक्ता सुरेश गुप्ता प्रांतीय उपाध्यक्ष राष्ट्रीय लोक दल उत्तर प्रदेश ने बताया कि लोहिया ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर काफी जोर देते थे उन्होंने हमेशा कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था तब तक ठीक नहीं हो सकती जब तक ग्रामीण मजदूर को केंद्र में रखकर योजना न बनाई जाए और वह कहते थे जब तक बटाई खेती के माध्यम से हो रहे शोषण को खत्म नहीं किया जाएगा तब तक ग्रामीण अर्थव्यवस्था ठीक नहीं हो सकती सुरेश गुप्ता ने कहा कि भारतीय राजनीति में डॉ राम मनोहर लोहिया की ऐसी छवि उभरती है जिसने राजनीति का एक नया पथ प्रशस्त किया ऐसे नेता एक महानायक की भांति अपनी उजली कीर्ति से विश्व परिपेक्ष में अपनी महत्व का एहसास कराते हैं नगर अध्यक्ष मोहम्मद उस्मान ने कहा कि डॉक्टर लोहिया ऐसे ही महानायक थे सत्ता परिवर्तन और समाजवाद के सबसे बड़े नायक थे और सामाजिक राजनीतिक चिंतक थे डॉक्टर लोहिया सत्य- सादगी की प्रतिमूर्ति थे डॉक्टर लोहिया ने भारतीय समाज के पुनर्निर्माण एवं दलितों के जीवन स्तर के उत्थान एवं मजदूरों को न्याय दिलाने में जो अहम भूमिका अदा की उसकी सानी कोई नहीं है बीसवीं सदी के युगाध्यक्ष थें। राष्ट्रीय लोक दल ने कहा कि लोहिया यद्यपि गांधीजी का सहारा लेकर कभी सत्ता में नहीं जा सके परंतु फिर भी उन्होंने गांधीजी के मूल्यवान सिद्धांत सत्याग्रह अहिंसा सादगी स्वदेशी के प्रति प्रेम और लोग जीवन के प्रति करुणा को अपना कठोर व कठिनाइयों भरा जीवन पथ चुना उन्होंने अपना रास्ता कभी नहीं बदला बल्कि अपने विचारों के प्रति महान निष्ठा थी शायद कोई तब मेरे विचारों को समझेगा जब मैं नहीं रहूंगा।
कार्यक्रम में प्रमुख रुप से सुरेश गुप्ता, मोहम्मद उस्मान डॉक्टर बी. एस. लाल ,विनोद यादव एडवोकेट, अनिल सोनकर ,नसीम रजा, बाबू सिंह ,दिनेश सोनकर ,अश्विनी त्रिवेदी, रमाकांत मिश्रा सोनू गुप्ता अनूप अवस्थी,आदि प्रमुख थे