स्वागत पवित्र रमजान शीर्षक से एक विशेष इजतामा का हुआ आयोजन:--फहीम हैदर नदवी
ब्यूरो चीफ़ शहाबुद्धीन अहमद
बेतिया, बिहार।
स्वागत रमजान शीर्षक से एक विशेष इजतामा का आयोजन, मोहम्मद अली के निवास स्थान पर कार्यक्रम का शुभारंभ मोहम्मद अली के दर्शकुरान से की गई,जिसमे सुरतुल जिलजाल के तिलावत के साथ इसका अनुवाद सहित विस्तृत रूप से बताया गया
डॉक्टरअब्दुल करीम ने भी विस्तृत रूप से स्वागत रमजान के संबंधित रमजान के रोजे रखना हर मुस्लिम पुरुष और महिला पर फर्ज है,जिन लोगों ने किसी कारणवश रोजे छोड़ दिए हैं, उनको बाद में रोजा रखना फर्ज हो जाता है। शमीम अहमद खान ने भी अपने लिटरेचर,खुतबात से महत्वपूर्ण रोजे के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। फहीम हैदर नदवी ने इस पर चर्चा करते हुए उपस्थित लोगों के बीच रोजे की अहमियत पर पूर्ण रूप से विस्तार से चर्चा की,अपने संबोधन में कहा कि रमजान का महीना बरकत का महीना के साथ शिक्षण प्रशिक्षण का महीना है, मुस्लिम समुदाय के लोग अपने रोजाना की दिनचर्या में इबादत के साथ गुजारना का मौका मिलता है। मौलाना हसन माविया नदवी ने कहा कि सभी लोगों ने बहुत अच्छी बातें बताई हैं। रमजान से संबंधित जितनी भी बातें सामने आई हैं,उस पर अमल करने की जरूरत है। यह महीना इबादत के साथ जकात,सदका,फितरा देने का महीना है,इससे मुस्लिम समुदाय के गरीब,बेबस,बेसहारा लोगों की मदद होती है। कार्यक्रम का समापन डॉक्टर अब्दुल करीम की दुआ के बाद खत्म हुई।