डीलरशिप देने के नाम पर 10.66 लाख की हुई ठगी
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार
इन दिनों ऑनलाइन के माध्यम से ठगी का काम चरण सीमा पर पहुंच गया है,इसके माध्यम से कई प्रकार के ठगी हो रहे हैं,साइबर ठग सक्रिय हैं।अपने विभिन्न पहलुओं से लोगों को लाभ पहुंचाने का बहाना बनाकर ठगी का काम कर रहे हैं,इसमें अच्छे खासे, कम शिक्षित,जाहिल के साथ-साथ,पढ़े लिखे लोग, व्यापारी,ठेकेदार,शिक्षक, शिक्षिकाएं,बैंक कर्मी, राजपत्रित एवं अराजपत्रित कर्मचारी,पदाधिकारी भी साइबर ठगी करने वालों के चंगुल में फंस जा रहे हैं।
इसी क्रम में,स्थानीय अस्पताल रोड निवासी, ठेकेदार,आसिफ इकबाल उर्फ
टीब्लू से डीलरशिप देने के नाम पर,10 लाख 66 हजार 800 सौ की विभिन्न स्तरों पर ठगी कर ली गई है। घटना के बारे में संवाददाता को पता चला है कि साइबरअपराधी ने एक कोल्ड ड्रिंक नामी कंपनी का ईमेलआईडी बनाकर कोल्ड ड्रिंक के डीलरशिप देने के नाम पर 10.66 लख रुपए का ठगी का मामला पाया गया है, पीड़ित आसिफ इकबाल उर्फ टिबलू ने साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई है।
साइबर डीएसपी,गौतम शरण ओमनी संवाददाता को बताया कि शिकायतों पर कांड दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्राथमिकी में,आसिफ एकबाल ने बताया है कि बीते वर्ष 10 दिसंबर को उसने कंपनी की वेबसाइट पर डिस्ट्रीब्यूटरशिप के लिए ऑनलाइनआवेदन भरे,इसके बाद एक नवंबर को उसके पास कॉलआया,कॉल करने वाले ने इससे जुड़े डॉक्यूमेंट कंपनी की ईमेल पर भेजने को कहा,यह प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद 82010 रजिस्ट्रेशन के रूप में भुगतान कराया गया,भुगतान के बाद कंपनी के सर्वेयर ने उनके घर पर आकरऑफिस व गोदाम की जांच की। सिक्योरिटी डिपाजिट के नाम पर 4 लाख 60 हजार,एग्रीमेंट के लिए ₹80 हजार कंपनी ने मंगाई। अपराधियों ने सामान के ऑर्डर के लिए चार लाख, कंसल्टेंट के लिए 44 हजार 800 मांगे। उसके बाद इनको बताया गया कि ऑफिस के लिए लैपटॉप, बिलिंग मशीन, फ्रिज,एवं अन्य उपकरण भेजे जाएंगे,इन्होंने यह रुपए भी दे दिए,इसके बाद वह कंपनी से भेजे जाने वाले सामान का इंतजार करते रह गए,लेकिन उन्हें कोई सामान नहीं मिला, बाद में उसे संपर्क करने वाले कंपनी के कथितअधिकारियों का मोबाइल स्विच ऑफ हो गया,उनके ईमेलआईडी से भी कोई जवाब नहीं मिला। इंटरनेट पर कंपनी के बारे में सर्च करने पर पता चला कि इन लोगों ने एक नामी कंपनी का कुर्मी बता कर कई लोगों को ठगा है फर्जी दस्तावेज, कंपनी के नाम पर फर्जी ईमेलआईडी बनाकर धोखाधड़ी की है ।