शान ओ शौकत और एहतराम से निकला जुलूस ए मोहम्मदी, नारों से गूँजी फ़िज़ा।
सीतापुर, उत्तर प्रदेश।
पैगंबरे इस्लाम हज़रत मोहम्मद साहब के जन्म दिवस के अवसर पर पूरी शान ओ शौकत और एहतराम के साथ ईद मिलादुन्नबी का जुलूस निकाला गया।
मरकज़ी कमेटी जुलूस ए मोहम्मदी की कयादत (नेतृत्व) में जुलूस की शुरुआत पक्के पुल से की गई। जिसमें सैकड़ों अंजुमनें शामिल हुईं। वहीं जुलूस में शामिल दर्जनों ऊँट आकर्षण का केंद्र रहे। सबसे कल्लू पहलवान के घर फातिहा पढ़ा गया। उसके बाद मरकज़ी कमेटी के पदाधिकारी पक्के पुल चौराहे पर जमा हुए। वहीं से अंजुमनों के जुड़ने से जुलूस की शुरुआत की गई। जुलूस में नारा ए तकबीर अल्लाह हु अकबर, हुज़ूर की आमद मरहबा आदि मज़हबी नारे गूँजते रहे। जगह-जगह लोगों ने जुलूस में शामिल लोगों के लिए खाने पीने की सबीलें लगाई। ऊँट-घोड़ों पर भी लोग सवार हुये। छोटे बच्चों में ऊँटों को देखने के लिए काफ़ी उत्साह दिखाई दिया। अपने तय रास्तों से होता हुआ जुलूस कज़ियारा चौराहा, मो. शेख सरायं, मिरदही टोला, जोगी टोला, मन्नी चौराहे आदि जगहों से होता हुआ तरीनपुर पहुंचा, जहां से मन्नी चौराहा होते हुए वापस कज़ियारे चौराहे पहुंचा और एक जलसे में बदल गया। जहां हज़रत मोहम्मद साहब के बारे बयान किया गया। उसके बाद देश की सलामती और अमन चैन की दुआएं मांगी गईं। आखिर में जुलूस में शामिल अंजुमनों को पुरुस्कार दिए गए। जुलूस के दौरान मरकज़ी कमेटी सदर हाजी मुजीब अहमद ने बताया कि सभी अंजुमनों से अपील की गई है कि जुलूस का एहतराम करें और गाड़ियों पर न बैठकर पैदल चलें। आज का दिन हम सबके लिए बहुत बड़ा दिन है, इसलिए सभी लोग इसकी इज़्ज़त करें। जनरल सेक्रेटरी इक़बाल अहमद ने कहा कि इस बार लोगों से जुलूस में पैदल चलने की अपील की जा रही है, ताकि जुलूस का एहतराम बना रहे। मरकज़ी कमेटी की कोशिश है कि आने वाले सालों में जुलूस को और बेहतर बनाया जाये। वहीं विशाल जुलूस को कण्ट्रोल करने में शमीम बेग, मो. नबी मोल्हे व ज़ीशान मिर्ज़ा जुटे रहे। जुलूस के दौरान इस दौरान मरकज़ी कमेटी जुलूस ए मोहम्मदी के सरपरस्त मुन्ना पहलवान व कारी सलाहउद्दीन, नायब सदर अब्दुल कय्यूम अंसारी व अकील अहमद अंकल, जॉइंट सेक्रेटरी आफताब अंसारी व सरताज खां, आफताब इक़बाल मोनिस, कंट्रोलर शमीम बेग, मीडिया प्रभारी अयाज़ अहमद, मो. नबी मोल्हे, मो. सलीम अड्डू, नूरुल हक़ खां, अक़ील उर रहमान, नेहाल, मोईन खान, एहराज बेग बब्बू, मो. काशिफ, शाहनवाज़ अंसारी, फुरक़ान अंसारी, मुमताज़ गाज़ी, असद अराफात, पप्पू अंसारी व ज़ीशान मिर्ज़ा सहित अन्य तमाम लोग मौजूद रहे।
ईद मिलादुन्नबी के मौके पर शहर का पुराना इलाका रोशनी से जगमगा उठा। लोगों ने अपनों घरों और मोहल्लों में रंगबिरंगी झालरें लगाकर बेहतरीन सजावट की। इसके साथ-साथ पक्का पुल, कोट, कज़ियारा, मन्नी चौराहा समेत कई जगहों पर खूबसूरत लाइटों से सजे गेट बनाये गए। पक्के पुल से सिटी स्टेशन रोड पर रंगबिरंगी झालरों के साथ लाइट का प्रयोग किया गया, जो एक मनमोहक नज़ारा पेश कर रहा था, जिसे कैमरे में क़ैद करने के लिए लोग आतुर दिखे। वहीं जुलूस को देखने के लिए दूरदराज़ से लोग पहुंचे और घरों में अच्छे पकवान बनाये गए।