सद्भावना का प्रतीक ईद उल अजहा का त्यौहार शासन की गाइडलाइन का करें पालन- कारी आरिफ रजा कादरी
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर उत्तर प्रदेश।
ईद उल अजहा बकरीद को लेकर मौलाना कारी आरिफ रजा कादरी साहब ने कहा कि 17 जून दिन सोमवार को देशभर में बकरीद का त्यौहार अपनी परंपरागत अनुसार मनाया जाएगा लगभग सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है ईदगाहों एवं मस्जिदों में तैयारी जोरों पर है लेकिन हमें एक जिम्मेदार नागरिक होने का भी सबूत देना चाहिए हम सबको अपने-अपने मोहल्ले में विशेष सफाई अभियान चालू करना चाहिए ताकि कुर्बानी से पहले जहां पर कुर्बानियां करनी है वह जगह अच्छी तरह साफ सुथरी हो जाए उन्होंने यह भी कहा कि हमें उत्तर प्रदेश शासन द्वारा जो भी गाइडलाइन है उन सभी का पालन करते हुए त्योहार को मानना है हमें यह भी ख्याल रखना होगा कुर्बानी का वीडियो ना बनाया जाए अक्सर नासमझ लोग वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर देते हैं जो बिल्कुल जायज नहीं है इस से खुद भी बचे और अपने बच्चों को भी समझाएं
खुले में कुर्बानी ना करें पर्दे का अच्छा इंतजाम करें! कुर्बानी के गोश्त को अच्छे तरह से पैक करके लोगों में बांटे रिश्तेदार दोस्तों के अलावा पड़ोसी एवं गरीबों का खास ख्याल रखें यह एक ऐसा त्यौहार है जो सद्भावना का प्रतीक है यह त्यौहार हर वर्ग के लोगों से जुड़ा हुआ त्यौहार है जहां इस्लाम धर्म के मानने वाले जानवरों की खरीददारी करके अल्लाह की राह में कुर्बानियां देते हैं और अपने रब को राजी करते हैं वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में हमारे हम वतन भाई पूरे साल जानवरों को पलते हैं ताकि ईद के वक्त उन जानवरों को बेचकर गरीब किसान उस पैसे से अपने जरूर का सामान एवं इसी पैसे से किसान अपनी बेटियों की शादी या दुख बीमारी के लिए भी (एफ डी) की तरह इस्तेमाल करते हैं ऐसे में हम जब बाजार खरीदारी करने जाएं तो हर चीज का ख्याल रखें जानवर बेचने वाले से अच्छा व्यवहार करें सभी मुसलमान से अपील करता हूं कि
9 ज़िल हिज्जा से 13 ज़िल हिज्जा तक तकबीरे तशरीक पढ़ें नमाजों में खूब खूब दुआएं करें और अपने रब को राजी करें!