बच्चों को चरित्रवान व सुसंस्कृत बनाने के लिए गायत्री परिवार द्वारा बाल संस्कार शाला का आयोजन।
रिपोर्ट - धनंजय शर्मा
बेल्थरारोड, बलिया।गायत्री परिवार द्वारा शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में बच्चों को चरित्रवान व सुसंस्कृत बनाने के लिए अखिल विश्व गायत्री परिवार की ओर से रविवार को रामपुर छावनी ग्राम में बाल संस्कारशाला का आयोजन किया गया। जिसमें बालकों की नैसर्गिक प्रतिभा के विकास के लिए संस्कार युक्त शिक्षा पर जोर दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दुर्गविजय सिंह व रामसखी देवी ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। समारोह को संबोधित करते हुए गायत्री परिवार के वरिष्ठ कार्यकर्ता सुरेंद्रनाथ यादव ने कहा कि पाश्चात्य भोगवादी संस्कृति से वातावरण दूषित हो रहा है। वर्तमान समय में बच्चों को वांछित संस्कार, नैतिक शिक्षण व प्रतिभा विकास का अवसर नहीं मिल रहा है। ऐसे में बाल संस्कारशाला के माध्यम से बालकों के सर्वांगीण विकास के लिए सार्थक प्रयास किया जा रहे हैं। सुनील कुमार पिंटू ने कहा कि संस्कारशाला में विद्यार्थियों में अंतरनिहित शक्तियों व संवेदनाओं को जागृत कर उन्हें सभ्य व सच्चरित्र बनाने का प्रयास किया जा रहा है। मौके पर अजीत, सुरेश पटेल, अजय कुमार, आदित्य प्रताप, संदीप, प्रशांत कुमार आदि मौजूद रहे।