अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम हुए आयोजित।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
विगत वर्षों के भांति इस वर्ष भी अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को विभिन्न शिक्षण संस्थानों, कार्यालयों, राजनैतिक दलों में कई प्रकार के कार्यक्रम एवं सेमिनार काआयोजन किया गया,जिसमें सैकड़ो की संख्या में बहुत सारे महिलाएं छात्र-छात्राओं, शिक्षकों ने भाग लिया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं ने महिला दिवस पर चर्चा करते हुए महिलाओं के सम्मान सशक्तिकरण नारी सशक्तिकरण को एक पूर्व शर्त बताते हुए कहा कि नारी सशक्तिकरण के 50 वर्ष पूरे हो रहे हैं,इन वर्षों में नारी सशक्तिकरण ने न जाने कितने कार्यक्रम और परिणाम को मंजूरी दी गई,बेशक इसके सफलता भी मिली,लेकिन समाज के सर्वाधिक विपन आशा, गरीब वर्ग समान रूप से और उन वर्गों की महिलाएं विशेष रूप से आज भी विकास के प्रयास में अपनी बारी का इंतजार कर रही है।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 के विमर्श के विषय का निर्धारण खतरे करते हुए UNOने जो देकर कहा किअब
Investment in women and accilerate progress
अर्थात दुनिया के देशों को यदि अपने अपने देश की विकास की गति को आगे बढ़ाना है तो महिलाओं में ही निवेश करना पड़ेगा।इस बिंदु पर उपस्थित जनसमूह में वक्ताओं ने महिला दिवस परअपने-अपना विचार व्यक्त किया,साथ ही महिलाओं की कर्मकता,लग्नशीलता,कार्य कुशलता, जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ाने की क्षमता को दर्शाते हुए नारी सशक्तिकरण पर बल दिया गया,वक्ताओं ने कहा कि आज के इस युग में आधी आबादी जितने विकास के गति पर चल रही है,साथ ही सरकार के द्वारा विभिन्न योजनाओं के माध्यम से उनको अग्रसर होने का मौका मिल रहा है,यही महिलाओं को उनके महिला दिवस पर एक आकर्षक गिफ्ट के रूप में इस दिवस के उपलक्ष में देने से संतुष्टि मिल रही है।