अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर, जदयू नेत्री ने किया सभा को संबोधित,नगर में विभिन्न कार्यक्रम हुए आयोजित।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया, बिहार।
विगत वर्षों की भांति इस वर्ष भीअंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस पर नगर के विभिन्न स्थानों पर, विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर इसआयोजन में सभी स्तर के वृद्धजनों ने भारी संख्या में भाग लिया।इस मौके पर,जदयू नेत्री- सह- मानवाधिकार कार्यकर्ता ने वृद्ध जनों के महती सभा को संबोधित करते हुए,अपने वक्तव्य के द्वारा इस विषय पर अपना विचार रखते हुए कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों के मूल में वृद्ध जनों के प्रति प्रेम,आदर एवं सम्मान समाहित है। वरिष्ठ नागरिकों के अनुभव, आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन से हमारा परिवार एवं समाज उन्नत एवं समृद्धिशाली होता है,वर्तमान में सामाजिक एवं आर्थिक परिवेश में वृद्धजनों को एकाकीपन एवंअपेक्षा जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, यह गंभीर चिंता का विषय है। इस विषम परिस्थितियों में सभी वृद्धजनों की रक्षा करना, सम्मान,सुरक्षा प्रदान करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य बनता है। वृद्धावस्था में आयु जनित दुर्बलता,रुग्णता एवं आर्थिक अक्षमता के कारण उनकी विशेष देखभाल की आवश्यकता पड़ती है।वृद्ध जनों को सामाजिक,आर्थिक एवं वैधानिक संबल प्रदान कर उनके जीवन को सुखमय बनाने का निरंतर प्रयास करना चाहिए,ताकि वृद्धजन सम्मान पूर्वक जीवन जी सके। इस दिशा में गंभीर पहल करते हुए नीतीश सरकार द्वारा सीमित वित्तीय संसाधनों के बावजूद साहसिक निर्णय लेते हुए राज्य के सभीआय श्रेणी के वृद्ध जनों के लिए मुख्यमंत्री वृद्ध जन पेंशन योजना लागू की गई है,जिसे अब तक पेंशन से वंचित रह गए सभी वृद्धजन लाभान्वित हो रहे हैं,इतना ही नहीं,नीतीश सरकार ने बिहार माता-पिता और वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण, कल्याण नियमावली 2012 में अधिसूचित की,जिसके साथ अपील सुनने का अधिकार जिला पदाधिकारी को दे दिया गया है,ताकि वृद्धजनों के समस्याओं का समाधान सुगमता से हो सके।अंतरराष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर सभी वृद्धजनों को हार्दिक बधाई देते हुए उनके स्वस्थ और सुखमय जीवन की कामना करती हूं,इस मौके पर वृद्धजनों के प्रति श्रद्धापूर्वक अपना आभार प्रकट किया व यथोचित सम्मान देने का संकल्प भी लिया।