संगोष्ठी एवं सनातन संस्कृति के संवर्धन में रत कर्मयोगियों का सम्मान।
विषय: "सांस्कृतिक राष्ट्रवादः चुनौतियां एवं हमारी भूमिका”
हफ़ीज अहमद खान
कानपुर नगर, उत्तर प्रदेश।
भारतीय सनातन संस्कृति के मूल्य आज की वर्तमान पीढ़ी द्वारा आने वाली पीढ़ी, बच्चों और युवाओं में किस प्रकार रोपित किए जाएं इस पर विचार मंथन करने हेतु सनातन फाउंडेशन, पंडित दीन दयाल उपाध्याय विद्यालय के पूर्व छात्रों की संस्था युगभारती और विमर्श संस्था द्वारा संयुक्त रूप से आज दिनांक १६ जुलाई २०२३ को वैचारिक संगोष्ठी "सांस्कृतिक राष्ट्रवादः चुनौतियां और हमारी भूमिका" का आयोजन मर्चेंट चेंबर हा सभागार में किया गया। इस कार्यक्रम में नगर के प्रबुद्ध जनों, चिंतकों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और शिक्षाविदों ने बड़ी संख्या में भाग लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता आईआईटी कानपुर के मेकेनिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर नचिकेता तिवारी ने की और संचालन कार्यक्रम संयोजक ओमेंद्र भारत और सह संयोजक युगभारती अध्यक्ष वीरेंद्र त्रिपाठी ने किया। कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ जे के गुप्ता वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ थे। कार्यक्रम का उद्घाटन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि युगभारती के संस्थापक व पंडित दीन दयाल उपाध्याय विद्यालय के पूर्व प्राचार्य ओम शंकर त्रिपाठी, मुख्य वक्ता प्रसिद्ध राष्ट्रवादी लेखक, पूर्व सैनिक और पूर्व आईएएस राघवेंद्र विक्रम सिंह और विशिष्ट अतिथि प्रसिद्ध समाजसेविका सुश्री नीतू सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। कार्यक्रम संयोजक ओमेंद्र भारत ने संचालन का प्रारंभ अपनी इस चिंता से किया कि हमारी पीढ़ी ने ज्ञान मंदिर, शिशु मंदिर आदि के माध्यम से सनातन संस्कार पाए पर क्या हम इन संस्कारों को अपनी अगली पीढ़ी को हस्तांतरित कर पाए