सरस्वती पूजा हेतु प्रतिमा स्थापित करने के पूर्व लाइसेंस लेना होगा अनिवार्य।
शहाबुद्दीन अहमद
बेतिया,पश्चिमी चंपारण, बिहार।
इस वर्ष ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा और गणतंत्र दिवस को सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिएअभिभावकों,छात्रों, गणमान्य व्यक्तियों शिक्षाविदों बुद्धिजीवियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों की सक्रिया रुप से सहयोग करना होगा,ताकि शहरी एवन ग्रामीण क्षेत्रों में अमन व शांति कायम रहे,साथ ही सांप्रदायिक सौहार्द बनी रहे,जिस से किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं घटे। यह अजब विडंबना ही कहीं जाएगी कि इस वर्ष सरस्वती पूजा,गणतंत्र दिवस एक ही दिन मनाया जाएगा।दोनों पर्वों के एक दिन ही पड़ जाने के कारण जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की सक्रियताअधिक रहेगी,क्योंकि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के पूजा पंडालों और झंडोत्तोलन के समय पुलिस को कई प्रकार की सतर्कता बरतनी होगी,ताकि इन क्षेत्रों में किसी भी प्रकार की किसी के द्वारा भी कोई अप्रिय घटना नहीं हो। ऐसे मौकों पर असामाजिक तत्व सक्रिय रहते हैं,और अपनी सक्रियता के कारण अनेकों प्रकार की घटना करने के लिए तत्पर रहते हैं। जिला प्रशासन,पुलिस प्रशासन सभी चौक चौराह ,पूजा पंडालों, संवेदनशील स्थानों पर इसकी कड़ी चौकसी रखी जाएगी, साथ ही इन स्थानों पर मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल के जवान तैनात रहेंगे, इसके इसके साथ ही पुलिस गश्ती दल भी सक्रिय रहेंगे।पूजा पंडालों में सरस्वती की प्रतिमा स्थापित करने के पूर्व इसके लिए लाइसेंस लेना अनिवार्य बनाया गया है।